|| ॐ ||
सच्चरित्र स्त्री योग :-
यदि सप्तमेश उच्च राशि में स्थित हो या सप्तम भाव में शुभ ग्रह हो तथा लग्नेश बलवान होकर सप्तम में स्थित हो तो जातक की पत्नी सद्गुणों वाली होती हैं |
यदि सप्तमेश उच्च राशि में स्थित हो या सप्तम भाव में शुभ ग्रह हो तथा लग्नेश बलवान होकर सप्तम में स्थित हो तो जातक की पत्नी सद्गुणों वाली होती हैं |
पत्नी सुख :-
यदि सप्तमेश स्वराशि या उच्च राशि में हो तो जातक को स्त्री सुख प्राप्त होता हैं | सप्तमेश बलवान हो और शुभ ग्रहों से युक्त हो तब मनुष्य पत्नी सुख से संपन्न, समर्थ, धनी तथा सम्मानित होता हैं |
रोगग्रस्त स्त्री :-
यदि सप्तमेश नीच राशि में या शत्रु राशि में हो अथवा सप्तम भाव निर्बल हो तो जातक की पत्नी रोग ग्रस्त याने किसी रोग से पिडित होती हैं |
यदि सप्तमेश नीच राशि में या शत्रु राशि में हो अथवा सप्तम भाव निर्बल हो तो जातक की पत्नी रोग ग्रस्त याने किसी रोग से पिडित होती हैं |
|| ॐ तत् सत् ||
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